Upgrade Jharkhand News. एक तरफ प्रशासन नशा के खिलाफ विशेष मुहिम चला रही है, दूसरे तरफ नीमडीह थाना क्षेत्र के मुरु, तिलाईटांड़, हँसालोंग, लाकड़ी, बनडीह, बाड़ेदा आदि गांव के गलियां इन दिनों अवैध महुआ शराब की दुर्गंध से महकने लगा है। इन गांवों में एक दर्जन से अधिक अवैध महुआ शराब की भट्ठियां संचालित हो रहा है। अवकारी विभाग व नीमडीह थाना में पदस्थापित एएसआई मेकुलस्सर रहमान के संरक्षण में इन गांवों में अवैध महुआ शराब चुलाई कुटीर उद्योग का रूप धारण किया है। इन गांवों से प्रतिदिन हजारों लीटर महुआ शराब नीमडीह, चांडिल व तिरूलडीह थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पहुंचाया जाता है। कम कीमत पर मिलने के कारण मजदुर एवं युवा वर्ग महुआ शराब के लत से जकड़ कर मौत को करीब बुला रहे हैं। अनेक लोग अकाल मृत्यु के शिकार भी होते हैं और परिवार को दुःख की दरिया में डाल देते हैं। अवैध शराब के कारण आए दिन
गांव में फैलती है अशांति -बताया गया कि कई कारोबारी अवैध शराब से जमकर कमाई करता है। इधर ग्रामीणों को धीमा जहर परोस कर शराब कारोबारी करोड़पति बन रहा है। बुद्धिजीवियों का कहना है कि महुआ शराब से सबसे ज्यादा विपरीत असर युवा पीढ़ी पर पढ़ रहा है। शराब के लत से युवा वर्ग नशा के दलदल में धंसते चले जा रहे हैं और अपने साथ परिवार के सपनों को चकनाचूर कर रहे हैं। शराब के लत लगने वाले लोगों के परिवार में रोजाना कलह होना आम बात है।
पुलिस से बेखौफ है शराब व्यापारी-अवकारी विभाग एवं नीमडीह थाना के एएसआई मेकुलस्सर रहमान के संरक्षण के कारण अवैध महुआ शराब कारोबारियों का पुलिस का खौफ नहीं है। अहले सुबह चार बजे से पूरे दिन नीमडीह, चांडिल वा तिरूलडीह थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में मोटरसाईकिल से शराब पहुंचाया जाता है। बताया गया कि घर में व गांव के बाहर शराब चुलाई को फैक्ट्री का रूप दिया गया है। जहां दिन रात शराब चुलाई का काम किया जाता है।
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