Jamshedpur (Nagendra) । मैरीन ड्राइव सोनारी स्थित यूनिवर्सल पीस पैलेस में पांच दिवसीय प्राकृतिक अपक्व आहार शिविर का भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत बालूभाई वालजीभाई चौहान के गर्मजोशी भरे स्वागत के साथ हुई। वे अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सरोजबेन चौहान के साथ पधारे। उनके साथ उनके भतीजे चौहान प्रतापभाई एवं उनकी पत्नी किंजलबेन भी उपस्थित थे। शिविर में लगभग 100 लोगों की उपस्थिति रही। शिविर की शुरुआत बी.वी. चौहान जी द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। पहले दिन का कार्यक्रम योग एवं व्यायाम सत्र के साथ प्रारंभ हुआ। इसके पश्चात ब्रह्माकुमारीज कोल्हान की निदेशिका ने प्राकृतिक आहार की महत्ता पर अपने विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक भोजन सूर्य की ऊष्मा में धीरे-धीरे पकता है और यही सच्चा भोजन है। जब भोजन का अग्नि के साथ संपर्क बढ़ता है, तो वह अपनी मूल पौष्टिकता खो देता है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाता है। इसके बाद सभी की प्रतीक्षा समाप्त हुई और बी. वी. चौहान जी मंच पर पधारे। उनकी सकारात्मक ऊर्जा से वातावरण आलोकित हो गया। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग जैसे कैंसर, डायबिटीज, हार्ट ब्लॉकेज, किडनी समस्या आदि से पीड़ित प्रतिभागी उन्हें ईश्वर का माध्यम मानकर आशा की दृष्टि से देख रहे थे। श्री चौहान जी ने बताया कि 30 वर्ष पहले मैंने अकेले इस प्राकृतिक अपक्व आहार की शुरुआत की।
सबसे पहले मैंने और मेरे परिवार ने इस पर प्रयोग किया और चमत्कारी परिणाम मिले। फिर मैंने इसे पूरे विश्व में फैलाने का संकल्प लिया। आज यह एक क्रांतिकारी आंदोलन बन चुका है, जिससे कैंसर के चौथे चरण, डायलिसिस के मरीज एवं अनेक असाध्य रोगों से पीड़ित लाखों लोग ठीक हुए हैं।" कार्यक्रम के दौरान एक कैंसर से ठीक हुई महिला ने भी अपना चमत्कारी अनुभव साझा किया।
शिविर में एनिमा प्रक्रिया की भी जानकारी दी गई और प्रतिभागियों ने स्वादिष्ट प्राकृतिक भोजन व जूस का आनंद लिया। यह शिविर आगामी चार दिनों तक जारी रहेगा। इच्छुक लोग आगे के दिनों में किसी भी दिन इसमें सम्मिलित हो सकते हैं।
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