Jamshedpur (Nagendra) । मारवाड़ी समाज काशीडीह द्वारा समाज के भूले हुए पारंपरिक त्यौहार “चतड़ा चौथ सिंधारा महोत्सव” का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह विशेष आयोजन 24 अगस्त दिन रविवार, शाम 4:00 बजे से 7:00 बजे तक श्री सत्यनारायण मंदिर बिस्टुपुर में संपन्न होगा। आजकल मारवाड़ी समाज के दर्ज़न भर संस्थाएं महिलायों से संबंधित गणगौर का सिंधारा हो या फिर सावन का सिंधारा महोत्सव मनाते हैं, किंतु गणेश चतुर्थी के अवसर पर कुँवारे युवाओं और नव विवाहित जोड़ों के लिए चतड़ा चौथ सिंधारा वाली परंपरा जमशेदपुर के मारवाड़ी समाज में प्रायः लुप्त सी होती जा रही थी।
इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्य रूप से 8 वर्ष से 25 वर्ष तक के युवाओं एवं नव विवाहित जोड़ों के लिए चतड़ा चौथ सिंधारा महोत्सव समर्पित है। आयोजन में पारंपरिक सांस्कृतिक रंगों से सजे अनेक आकर्षक कार्यक्रम होंगे, जिनमें— गुड़धानी, डंका, खेल-मनोरंजन गतिविधियाँ, संगीत एवं स्वादिष्ट जलपान का विशेष आनंद उपस्थित जन ले सकेंगे। पुरुष प्रधान समाज में नारी शक्ति द्वारा पुरुषों से संबंधित सिंघारा महोत्सव का आयोजन करना इस बात का प्रमाण है कि 21वीं शताब्दी की महिला हालात से हारे ऐसी नहीं लाचारी है, गर्व से कह सकती है कि वो नारी है। इस आयोजन की संयोजिकाएँ संगीता शर्मा, स्वाति अग्रवाल, राखी शर्मा एवं रश्मि अग्रवाल हैं, जिनके मार्गदर्शन एवं प्रयास से यह कार्यक्रम सांस्कृतिक विरासत और सामुदायिक एकता को सशक्त बनाने का मंच बनेगा। पूर्वी सिंहभूम ज़िला मारवाड़ी सम्मेलन के अंतर्गत मारवाड़ी समाज काशीडीह ने मारवाड़ी समाज के सभी वर्ग को इस महोत्सव में सपरिवार पधार कर परंपरा, उत्सव और उमंग का आनंद लेने हेतु आमंत्रित किया है।
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