गम्हरिया। बलरामपुर के डूंगरीकुली में पति और उनकी तीन पत्नियों में विवाद के मामले को पंचायत के प्रयास से सुलझाया गया। बताया गया कि जगन्नाथपुर पंचायत के उक्त बस्ती के चैता सरदार नामक व्यक्ति ने एक नहीं तीन तीन शादियां कर ली, किंतु तीनों पत्नियों को रखने के लिए उनके पास मात्र एक कमरा था। उन पत्नियों के आपस में विवाद के बाद पहली और दूसरी पत्नी समेत बच्चों को घर से बेघर कर दिया।
उसकी पहली पत्नी मीना सरदार का देखभाल नहीं होने से वह बीमार पड़ गई और विवाद के बाद इस चिल-चिलाती धूप में पेड़ के नीचे कई दिनों से शरण ले ली थी। पेड़ के नीचे दिन-रात रहने से आसपास के ग्रामीणों को यह नागवार गुजरा और इस मामले की सूचना जगन्नाथपुर पंचायत समिति को दी। पंचायत समिति सदस्य अमरेश कुमार ईश्वर के नेतृत्व में डूंगरीकुली में बैठक कर पति चैता सरदार को जमकर फटकार लगाई गई। इसके साथ ही मामले को सुलझाया गया।
बैठक में चैता सरदार को सख्त निर्देश दिया गया कि तीनों पत्नियों को बराबर का हक देकर घर ले जाएं एवं भोजन के साथ उसकी उपचार की व्यवस्था करें। इसके साथ ही पहली एवं दूसरी पत्नी को घर बनाकर देने का निर्देश दिया। इसमें पहली पत्नी मीना सरदार, दूसरी पत्नी चूड़ामणि सरदार एवं तीसरी पत्नी कुंती सरदार समेत उनके बच्चों को पंचायत सदस्यों के प्रयास से पति चैता सरदार ने वापस घर ले गया। पंचायत समिति के प्रयासों की आसपास के लोगों ने सराहना की। इस अवसर पर मुखिया रिंटू देवी, ग्राम प्रधान बिनोद महतो, रीता कुमारी, मनीष कुमार समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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