गालूडीह। सोमवार देर रात काली पूजा के अवसर पर बड़ाखुर्शी पंचयात के पैरागुड़ी गांव में झूमर संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य सुभाष सिंह, पंसस रतन महतो, उप मुखिया लालमोहन रजक, ग्रामप्रधान बासंती प्रसाद सिंह उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा फीता काटकर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी।
कार्यक्रम की शुरुआत वंदना गीत के साथ हुआ। विख्यात झूमर शिल्पी ज्योत्सना महतो व उनकी टीम ने पुरुलिया झुमुर गीत 'शैम्पू कोरा चूल उड़े उड़े जाय' 'तुई हामके भूले जा रे पागला जोनोमेर मोतोन' 'आमी झुमुर झुमुर रानी' आदि गीत पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महिला कलाकारों ने भी मादर की थाप पर नृत्य किया। ग्रामप्रधान बासंती प्रसाद सिंह ने कहा कि झारखंड एक सांस्कृतिक रूप से परिपूर्ण राज्य है।
उन्होंने कहा कि हमारी भाषा, कला व संस्कृति में ही हमारी पहचान छिपी हुई है। उन्होंने लोगों से अपनी संस्कृति को बचाने की अपील की। मौके पर जिला परिषद सदस्य सुभाष सिंह, पूर्व मुखिया सह ग्रामप्रधान बासंती प्रसाद सिंह, पंसस रतन महतो, उप मुखिया लालमोहन रजक, गौतम साहू, लखी महतो, राजू महतो आदि उपस्थित थे।
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