चक्रधरपुर। चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव के फर्जी लेटर हेड किसी ने इस्तेमाल कर फर्जी हस्ताक्षर कर झारखंड सरकार मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा गया है। यह पत्र चाईबासा डीआरडीए कार्यालय में कार्यरत अजय यादव के खिलाफ लिखा गया है। उसमें उन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग की है। इस मामले की जानकारी जब विधायक सुखराम उरांव को हुआ तो उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा है उन्होंने कहा कि उक्त पत्र में लिखे गये शब्द ना तो मेरे है और ना ही लेटर पेड और हस्ताक्षर मेरे है मेरे द्वारा लिखा गया पत्र जब भी किसी पदाधिकारीयों को लिखा जाता है पत्र में मेरे कार्यालय से अधिकृत पत्रांक संख्या और निर्गत किये जाने की तिथि आवश्यक रूप से अंकित होता है।
चूँकि यह गंभीर मामला है और मेरे पद एवं प्रतिष्ठा को गलत तौर पर वरीय पदाधिकारीयों के समक्ष दर्शाने का कुंठित दुस्साहस किया गया है। चूँकि मैं माननीय विधायक के साथ साथ पश्चिमी सिंहभूम झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष भी हूँ। पूरे जिला का भ्रमण संगठन के व्यापक हित में दौरा करते रहता हुँ । इस तरह साजिशन मेरे पद और प्रतिष्ठा का दुरुपयोग कर मेरे व्यक्तिगत, राजनीतिक और समाजिक छवि को धुमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। सभी बिन्दुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए फर्जी पत्र लिख कर साजिश रचने वालों की पहचान मुख्य सचिव, राँची झारखण्ड के गोपनीय कोषांग में पत्र प्राप्त कराने की तिथि के CCTV कैमरे से करते हुए जांचोपरांत आवश्यक कड़ी कार्रवाई करने की मांग कि है। पत्र की प्रतिलिपि मुख्यसचिव और उपायुक्त को भी दी गई है।
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