चांडिल। अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत नीमडीह के बांदू गांव में महर्षि पतंजलि योग और प्राकृतिक चिकित्सा प्रशिक्षण संस्थान से संबद्ध प्राप्त योग भवन बांदू में सत्र 2022 - 2023 का योग विज्ञान के पीजी डिप्लोमा एवं डिप्लोमा कोर्स का कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न आयोजित किया जा रहा है। योग भवन के संचालक डॉ. बंक बिहारी महतो ने कहा कि 26 दिसंबर से 28 दिसंबर में दो पाली में परीक्षा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्थान का सख्त निर्देश है और परीक्षा में कदाचार पर पूर्णतः पाबंदी है।
कदाचार करते पकड़े जाने पर दो सत्र के लिए निष्कासित किया जायेगा। योग विज्ञान के लाभ के संबंध में डॉ. बंक बिहारी महतो ने कहा कि योग का विज्ञान मानव विज्ञान जैसे शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान और मनोविज्ञान में शारीरिक व्यायाम के रूप में आधुनिक योग का वैज्ञानिक आधार है। योग के प्रभाव कुछ हद तक व्यायाम के अन्य रूपों के साथ साझा किया जाता है। हालांकि इसमें शामिल स्ट्रेचिंग की मात्रा में भिन्नता है और लंबे समय तक होल्ड और विश्राम के लगातार उपयोग के कारण, तनाव को कम करने की इसकी क्षमता में भिन्नता है।
यहां योग को ध्यान से अलग माना जाता है , जिसका अपना प्रभाव होता है, हालांकि योग के कुछ विद्यालयों में योग और ध्यान को संयुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि योग ही एक ऐसा माध्यम से जिससे बिना दवा का उम्रभर निरोग रहा जा सकता है।
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