चक्रधरपुर. महादेवशाल बाबा धाम को अध्यात्म और समर्पण की बाबा नगरी माना जाता है. ऐसा इसलिए कहा जाता है कि यहां के कण-कण में देवताओं का वास है तो दूसरी तरफ यहां रहनेवाले लोगों में समर्पण की भावना है. श्रावणी मेले में जब हज़ारों लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं, तो इनकी सेवा में सबसे आगे यहां के स्थानीय लोग रहते हैं.
आज सावन माह के चौथे रविवार 30 जुलाई को चक्रधरपुर से महादेवशाल पथ पर कांवरिया का केसरिया वस्त्रधारी शिव भक्तों से पटा रहा. कांवरिया बोल बम एवं हर-हर महादेव की जयकारा लगाते महादेवशाल बाबा धाम की ओर अग्रसर रहे. आज हेल्पिंग हैंड्स चक्रधरपुर टीम ने महादेवशाल के समीप बारिश मे भीगते हुए कांवड़ियों की सेवा मे लगे रहे. टीम के सदस्यों ने कांवड़ियों की सेवा मे केला, सेव, बिस्कुट का वितरण किया एवं जीन कावरियों को चलने के दौरान पैर मे चोटे आयी उन्हे मलमपट्टी किया गया.
हेल्पिंग हैंड्स चक्रधरपुर टीम को शिवभक्तों की सेवा करने मे काफी प्रसन्नता हुई. इसी तरह टीम के द्वारा कार्य जारी रहेगा. इस कार्य मे जय कुमार, हर्ष गागराई, विशाल मुखी, शुभम दीवान, दीप्ती दास, तनूजा साहू, कुश सेनापति, सुब्रतो मजूमदार, शुभाशीष दत्ता का महत्पूर्ण योगदान रहा.
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