गुवा । गुरुवार को पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा एवं आदिवासी समन्वय समिति के संयोजक सुशील बारला ने रांची में मुख्य सचिव एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें रांची की ठेका कंपनी आरोहण बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड एवं उसके मालिक अशोक प्रधान के भ्रष्ट व अधूरे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने मुख्य सचिव को बताया कि उक्त कंपनी द्वारा पश्चिम सिंहभूम जिला में कई योजनाओं को विगत कई वर्षों से अधुरा छोड़ दिया गया है। योजनाओं का कार्य भी अत्यंत निम्न स्तर का है।
बावजूद इसके अशोक प्रधान की कंपनी को हर बार नया कार्य आंवटित किया जा रहा है। इस संवेदक द्वारा विगत कई वर्षों से सोनुवा से काराम्बा भाया लोंगो तक सड़क, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन भनगांव भाया करमपदा से बंकर सड़क को आपूर्ण छोड़ दिया गया है। वहीं, कोलायबुरु से कुमडीह भाया सैडल गेट तक सड़क भी अधूरी है एवं निम्न स्तर की है। इनके द्वारा बनाये गए कई जलमीनार भी गिरने की स्थिति में है।
बावजूद इसके प्रधानमंत्री योजना के तहत ही नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत जोजोकोबीर भाया जेटेया होते हुए बुरुराईका तक 19.60 किलोमीटर सड़क निमार्ण का ठेका इसी कंपनी को दिया गया है। इसके अलावे आरोहन बिल्डर्स ने और भी कई योजनाओं को आपूर्ण छोड़ रखा है। जिसकी जांच भौतिक सत्यापन के तहत कराई जाए। दोंनो नेताओं ने मुख्य सचिव को बताया कि उक्त ठेकेदार ने कार्य में लगे मजदूरों को आज तक न्यूनतम मजदूरी नहीं दिया है।
घटिया निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने वाले ग्रामीणों को वह नक्सल व रंगदारी मांगने के आरोप में फंसाकर जेल भेजने की धमकी देता है। करमपदा की महिलाओं ने तो बीते दिनों इसके मशीनों को जब्त कर कार्य स्थल से भगाया था। अब उन महिलाओं पर ठेकेदार पुलिस से दबाव बनवा रहा है, अन्यथा जेल भेजने की धमकी दे रहा है। उन्होंने अशोक प्रधान को सारंडा व पश्चिम सिंहभूम के विकास में बाधक करार दिया है। पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा व सुशील बारला ने इन मामलों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
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