Upgrade Jharkhand News. विगत कई दिनों से आसानबनी गांव में स्थित जाँताल पूजा स्थल को लेकर चल रहे भ्रामक खबर की सत्यता उस वक्त उजागर हो गई, जब बुधवार शाम को आसानबानी पंचायत के पारम्परिक ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने उक्त पूजा स्थल पहुंच कर हालिया स्थिति का जायजा लिया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सभी ग्रामीणों ने पाया कि उनका धार्मिक स्थल को किसी के द्वारा कोई हानि नहीं पहुंचाई गई है। उक्त मामले को लेकर विस्तार से बताते हुए ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव ने कहा कि चाण्डिल प्रखण्ड के आसनबनी पंचायत अंतर्गत एनएच 33 के किनारे टेंथ माइल होटल के समीप स्थित जाँताल पूजा स्थल को लेकर बीते कई दिनों से एक समुदाय विशेष के कुछ लोगों द्वारा अपने स्वार्थ सिद्धि हेतु दूसरे व्यक्तियों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर सामाजिक समरसता बिगाड़ने का कार्य किया जा रहा है, जिसकी कितनी भी निंदा की जाय कम है।
वहीं श्री उरांव ने कहा कि आज सुकलाल पहाड़िया और भूषण पहाड़िया द्वारा धार्मिक स्थल अतिक्रमण का आरोप लगाया जा रहा है वे खुद उक्त पूजा स्थल को अपना संपत्ति बता कर आज से कुछ वर्षों पूर्व चारदीवारी निर्माण कर घेरने का प्रयास किया था। जब वे अपने मंसूबे पर कामयाब नहीं हो सका तो मीडिया के समक्ष अनर्गल बयानबाजी कर सामाजिक सौहाद्र बिगाड़ने का भरपूर प्रयास कर रहा है। मामले को लेकर आसानबानी पंचायत अंतर्गत बिरीगोड़ा निवासी झामुमो नेता दिलीप महतो ने कहा कि पूजा स्थल को किसी के द्वारा कोई भी क्षति नहीं पहुंचाई गई है यह महज एक अफवाह है। आसानबनी जाँताल पूजा स्थल पूरी तरह सुरक्षित है और उक्त स्थल पर किसी भी तरह कोई भी अतिक्रमण का कार्य नहीं हो रहा है। पूजा स्थल से सटे जमीन के विवाद के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह न्यायालय और प्रशासन का मामला है, यदि कोई व्यक्ति अथवा कंपनी द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है और यदि वे गैर कानूनी ढंग से हो रहा है तो यह प्रशासन और न्यायालय समाधान करेगी।
इसपर जबरदस्ती किसी का नाम जोड़कर व्यक्तिगत छबि धूमिल करना अनुचित है। इससे पूर्व ग्रामीणों ने आसानबानी पंचायत भवन के समीप एक बैठक की गई जिसमें आने वाले 24 अगस्त को उक्त पूजा स्थल की शुद्धिकरण कार्य का जोरदार विरोध करने का निर्णय लिया। उनलोगों का मानना है कि पूजा स्थल पूरी तरह शुद्ध है और यदि शुद्धिकरण करना भी है तो ग्रामीणों द्वारा सर्वसम्मति से किया जाएगा न कि बाहरी लोगों द्वारा। मौके पर पूजा स्थल के पारम्परिक लाया उच्छप पहाड़िया, दुर्गापद उरांव, फकीर मांझी, शंभु सिंह, बुद्धेश्वर मांझी, सुनील उरांव, फलार उरांव, रोहिन मूदि, लालटू दास,आदित्य महतो, जीतू मूदि, निरंजन गौड़ समेत सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment