डॉ महतो ने कहा की जब से झारखंड में हेमंत बाबू के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार बनी है, दिल्ली वालों की आँखों में हम कांटे की तरह चुभ रहे हैं। क्यों? क्योंकि हम जल, जंगल और ज़मीन की बात करते हैं! क्योंकि हम 1932 के खतियान की बात करते हैं, हम यहाँ के मूलवासियों और आदिवासियों के हक़ की बात करते हैं, क्योंकि हमारी सरकार दिल्ली के इशारों पर नहीं, बल्कि झारखंड की जनता की ज़रूरतों पर चलती है। डॉ महतो ने कहा की और यही बात इन सामंती ताक़तों को बर्दाश्त नहीं होती। जब ये चुनावी मैदान में हमसे जीत नहीं पाए, तो इन्होंने एजेंसियों का जाल बिछाया, हमारे नेताओं को बदनाम करने की हर कोशिश की और सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का घिनौना खेल खेला। हम सबने देखा है, पूरा देश गवाह है कि कैसे एक चुने हुए आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान करने के लिए दिल्ली ने अपनी पूरी ताक़त झोंक दी थी!जब वो अपने हर षड्यंत्र में नाकाम हो गए, तो अब वे संविधान का चेहरा बदलकर, पिछले दरवाज़े से तानाशाही लाना चाहते हैं। यह विधेयक उसी नाकाम साज़िश का अगला चरण है। यह विधेयक कहता है कि झारखंड की जनता जिसे अपना मुख्यमंत्री चुनेगी, उसे हटाने का अधिकार दिल्ली में बैठे कुछ लोग तय करेंगे।
डॉ महतो ने कहा की में उनसे पूछना चाहता हूँ क्या झारखंड दिल्ली की कॉलोनी है? क्या हमारा वोट, हमारा जनादेश रद्दी का टुकड़ा है हमारे संविधान निर्माताओं ने सरकार की जवाबदेही विधानसभा के पटल पर तय की थी, जहाँ आपके चुने हुए विधायक बहस करते हैं, सवाल पूछते हैं। लेकिन ये लोग उस पवित्र सदन से ताक़त छीनकर उसे प्रधानमंत्री लाकार्यालय की फ़ाइल में क़ैद कर देना चाहते हैं।यह सिर्फ JMM पर नहीं, यह झारखंड के हर उस नागरिक पर हमला हजिसने तीर-धनुष पर बटन दबाकर अपनी किस्मत खुद लिखने का फैसला किया था। दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने हमें सिखाया है कि "लड़ना होगा, जीतना होगा।"। हमारे पुरखों ने तीर-कमान से अंग्रेज़ों और महाजनों का मुक़ाबला किया था। हम आज इस संवैधानिक धोखेबाज़ी का मुक़ाबला अपने वोट की ताक़त और अपनी एकता से करेंगे!
इस पुतला दहन कार्यक्रम में नेता उपस्थित थे: झारखंड मुक्ति मोर्चा पूर्व प्रत्याशी गणेश माहली,केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य गणेश चौधरी, जिला सचिव बैद्यनाथ टुडू, केंद्रीय सदस्य बिशु हेंब्रम, जिला उपाध्यक्ष भूंडा बेसरा, जिला उपाध्यक्ष भोला मोहंती, जिला सह सचिव जगदीश महतो, आदित्यपुर महानगर सचिव कृष्णा महतो, अभी मुखी, बीरेंद्र तिवारी, जिला उपाध्यक्ष धर्मु गोप, जिला उपाध्यक्ष शेख फरीद, छात्र मोर्चा जिला अध्यक्ष सुदामा हेंब्रम, हरि लोहार, शैलेंद्र महतो, सुबल महतो, घासीराम सोरेन, अमृत महतो, अमूल्य महतो, रामू त्रिपाठी, प्रकाश महतो, पंकज प्रधान, उमेश भोल, अक्षय मंडल, दिनबंधु महतो, जन्नत हुसैन, अविनाश कवि, कृष्णा राणा, बीजू मोदक, मोहम्मद अरशद जिला सचिव अल्फसंखयक, कपाली नगर अध्यक्ष सय्यद सलाउद्दीन, मोहम्मद नौशाद, आदि उपस्थित रहे।
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